पंजाब के साथ-साथ महाराष्ट्र के भी वैश्विक महामारी के फिर से शिंकजे में आने से दहशत

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चंडीगढ़ /मुम्बई:- 23 फरवरी: आर के विक्रमा शर्मा/ अरुण कौशिक प्रस्तुति :–कोरोना महामारी ने एक बार फिर जबरदस्त ढंग से वापसी की है। पंजाब के साथ-साथ महाराष्ट्र के हालात भी दयनीय दिखाई दे रहे हैं। महाराष्ट्र में सभी सरकारी, धार्मिक और राजनीतिक, सामाजिक कार्यक्रमों सहित सभी सार्वजनिक कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए कहा कि राज्य में एक दिन में 6971 केस सामने आए हैं जबकि मुंबई में 850 लोग संक्रमित मिले हैं. उद्धव ठाकरे ने सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगाते हुए कहा कि पार्टी का प्रसार करते हैं और कोरोना का नहीं.

मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की सभी बैठकें ऑनलाइन होंगी. उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए अगले 8 दिन बेहद जरूरी हैं, कोरोना महाराष्ट्र में दोबारा अपना सिर उठा रहा है, 8 से 15 दिन में पता चलेगा कि क्या यह दूसरी लहर है. ठाकरे ने कहा कि हम किसी भी सिंगल मशीनरी पर ज्यादा भार नहीं डाल सकते हैं. हमें जिम्मेदारी लेनी होगी. हम एक नए कैंपेन की शुरुआत कर रहे हैं- I am Responsible. मैंने नीति आयोग की बैठक में काम के समय को लेकर सुझाव दिया. अलग-अलग काम का समय, वर्क फ्रॉम होम, सैनिटाइजर्स का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग हमारे नए अभियान का हिस्सा होंगे. ठाकरे ने कहा कि मास्क पहनें और लॉकडाउन को न कहें.

 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सवाल उठता है कि फिर से लॉकडाउन लगाया जाएगा या नहीं. आज भी लगभग 7,000 मामले सामने आए हैं. अमरावती में करीब 1000 मामले दर्ज किए गए हैं. पुणे और मुंबई में मामले दोगुने हो रहे हैं. ठाकरे ने कहा कि फिलहाल कोई भी बड़ा एक्शन और लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. हम सार्वजनिक कार्यक्रमों की संख्या पर रोक लगा रहे हैं. हम कई ईवेंट्स को कैंसिल कर रहे हैं. अगर हम नियमों का पालन नहीं करेंगे तो कड़ा लॉकडाउन लगाना पड़ेगा.

वहीं कई क्षेत्रों में 7 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा कर दी है. आदेश के अनुसार, दुकानें केवल सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ही संचालित की जा सकेंगी. हालांकि, जानकारों का कहना है कि राज्य के सभी इलाकों में हालात खराब नहीं हैं. कुछ ही इलाके प्रभावित हैं. अमरावती डिवीजनल कलेक्टर ने रविवार को अमरावती, अकोला, बुलढाना, वाशिम, यवतमाल में 7 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. ये पाबंदियां आगामी 1 मार्च तक जारी रहेंगी. शादियों में केवल 25 लोगों के शामिल होने की अनुमति है. वहीं, निजी दफ्तरों में केवल 15 फीसदी कर्मचारियों को आने की इजाजत दी गई है. साथ ही स्कूल-कॉलेज भी बंद रहेंगे.

इसके अलावा पुणे में भी लोगों के घूमने फिरने पर रात 11 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक रोक रहेगी. हालांकि, इस दौरान जरूरी कामों से जुड़े लोग आवाजाही कर सकेंगे. यह जानकारी पुणे संभागीय आयुक्त ने दी है. जिले में 28 फरवरी तक स्कूल-कॉलेज बंद रखने का फैसला लिया गया है. मंत्री विजय वडेट्टीवार ने बताया कि अगर राज्य में मामले लगातार बढ़ते रहे, तो 12 घंटे का नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है.।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कोरोनावायरस को लेकर आने को बड़े फैसले किए गए हैं जिला के अनेक सभी उपायुक्तों को अपने स्तर पर हालात को मध्य नजर रखते हुए रात का कर्फ्यू या लॉकडउन लगाने की छूट दी गई है। वैश्विक महामारी ने पंजाब में अपने पैर पसारने तेजी से फिर शुरू कर दिए हैं जिससे पूरे सूबे में दहशत का माहौल व्याप्त है।

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