माता जीतो जी व गुरु गोविंद सिंह जी के परिणय बंधन दिवस पर जुटी संगतें, सजा गुरु का लाहौर

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चंडीगढ़/आनंदपुर साहिब/बिलासपुर:-16 फरवरी:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:— देश और दुनिया में जहां-जहां भी सिख कम्युनिटी के लोग रस्ते बसते हैं वहां वहां आज सिख कौम के प्रवर्तक श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का पावन परिणय बंधन दिवस धूमधाम से मनाया गया। चंडीगढ़ शहर में भी सभी गुरुद्वारों में शब्द कीर्तन सजावट लंगर और हर्षोल्लास का आलम देखा गया। देश के कोने कोने में बसे सिख समाज के लोगों को दूसरे धर्म के तबके ने दिल खोलकर शुभकामनाएं और बधाइयां दीं। गुरु गोविंद सिंह महाराज जी का परिणय बंधन गुरु की लाहौर में माता जीतो जी के साथ संपन्न हुआ था। गुरु गोविंद सिंह जी सिख धर्म के नौवें गुरु महान बलिदान गुरु तेग बहादुर और माता गुजरी जी की संतान थे। माताजी तो जी और गुरु गोविंद सिंह की चार संताने अपनी निशानी शहादत के लिए जब तक सूरज चांद रहेगा, तब तक अमर रहेंगे। चारों साहबजादों के नाम जोरावर सिंह फतेह सिंह, अजीत सिंह व जुझार सिंह थे।

अल्फा न्यूज़ इंडिया ने भी सिख समुदाय को और धर्म के पक्के अनुयायियों को दिल खोलकर मुबारकबाद दीं। और गुरु महाराज से सरबत दा भला करने की अरदास भी की।।

आनंदपुर साहिब के साथ लगते पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के गुरुद्वारा गुरु का लाहौर में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के विवाह पर्व की याद को दर्शाता दो दिवसीय जोड़मेला शानोशौकत के साथ यादगार छाप छोड़ते हुए संपन्न हो गया। इन दो दिनों में जहां लाखों की संख्या में संगत ने गुरुद्वारा गुरु का लाहौर सहित अन्य गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका, वहीं सुबह के समय संगत ने गुरुद्वारा त्रिवैणी साहिब के पवित्र सरोवर में स्नान करने के बाद गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका। मेले के दोनों दिनों में सभी गुरुद्वारा साहिब में संगत कतारों में लगकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करते देखे गए।
गत दिवस विवाह रूपी बारात आनंदपुर साहिब के गुरुद्वारा श्री भोरा साहिब से चल कर विभिन्न पड़ावों से होते हुए गुरु का लाहौर में देर शाम संपन्न हुआ। जिसके उपरांत गुुरु का लाहौर में रात के समय धार्मिक दीवान भी सजाए गए। उल्लेखनीय है कि आज के दिन श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के विवाह के आनंद कारज हुए थे।
एसजीपीसी की ओर से धार्मिक दीवान सजाए गएः
एसजीपीसी द्वारा जहां जोड़मेल में आने वाली संगत लिए लंगर, रिहायश आदि से लेकर सभी पुख्ता प्रबंध किए गए थे, वहीं आज भी सुबह से ही एसजीपीसी द्वारा धार्मिक दीवान सजाए गए। जिसमें प्रसिद्ध रागी-ढाडी जत्थों, कथावाचकों ने संगत को गुरबाणी के साथ निहाल किया।

इस मौके तख्त श्री केशगढ़ साहिब के जत्थेदार सिंह साहब ज्ञानी रघुवीर सिंह,हिमाचल प्रदेश से एसजीपीसी सदस्य डॉ.दलजीत सिंह भिडर, तख्त साहिब के हैडग्रंथी फूला सिंह आदि ने भी संगत के साथ अपने विचार साझा किए।
तख्त साहिब के मैनेजर ने जताया सभी का आभारः
हिमाचल प्रदेश से एसजीपीसी सदस्य डॉ.दलजीत सिंह भिंडर, तख्त श्री केसगढ साहिब के मैनेजर मलकीत सिंह ने विवाह पर्व को मनाने के लिए सभी का आभार जताया व सभी को सिरोपा देकर सम्मानित किया।उन्होंने इस मौके विशेष रूप से एसजीपीसी सदस्य डॉ.दलजीत सिंह भिंडर का आभार भी जताया।

इस मेले के दौरान पिछले कई दिनों से कमेटी की ओर से गुरुद्वारा श्री सेहरा साहिब, गुरुद्वारा श्री त्रिवैणी साहिब व गुरु का लाहौर में सुंदर दीपमाला करवाई गई थी व रात के समय यहां का दृश्य बहुत ही मनमोहक लग रहा था।

क्षेत्र के गांवों के वासियों ने लगाए दर्जनों लंगरः
इस मौके क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों द्वारा विवाह पर्व में विशेष रूप से लंगर लगाए गए। जिसमें रस का लंगर, खीर, जलेबी, फल, बरैड, पकौङ़े, मालपूड़े, कचौरियां, पिन्नी, लड्डू, न्यूडल व फ्रूट चार्ट आदि के लंगर श्रद्धा के साथ संगत के लिए लगाए जाते हैं।
गुरु का लाहौर में सुरक्षा के प्रबंध रहे नाकाफी, जगह जगह लगे लंबे लंबे जामः
इस दो दिवसीय जोड़मेल के दौरान सङ़कों पर लंबे लंबे जाम लगे हुए नजर आए। जिसके कारण संगत को काफी दिक्कतों का समाना करना पङ़ा। इस दौरान युवक
मोटर साइकिलों पर अलग अलग प्रकार के हॉरन बजाते हुए संगत को परेशान करते भी दिखाई दिए। इस दौरान लंबे लंबे जाम के कारण क्षेत्र की संगत पैदल चलकर ही अपने अपने घरों में पहुंची। समाचार लिखे जानेेेे तक गुरु का लाहौर के सभीी रास्तों जाम लगे हुए थे। साभार क्रैैैजी न्यूज।।

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