सोहनी सिटी की ब्यूटीफिकेशन को निगल रही है पेवरब्लॉक्स

Loading

  • सोहनी सिटी की ब्यूटीफिकेशन  को निगल रही है पेवरब्लॉक्स 
  • चंडीगढ़ ; 21 मई ; आरके शर्मा विक्रमा /मोनिका शर्मा /करणशर्मा /एनके धीमान ;—एजुकेटड सिटी को सिटी ब्यूटीफुल सिटी पीसफुल और इसकी धरा का अधिकांश भाग हरियाली से ढका होने के चलते सिटी ग्रीन को लगता नगर निगम का दंश मृतप्राय बनाने में कोई कोर कसर  नहीं छोड़ेगा !  कभी हरीभरी सोहनी सिटी चंडीगढ़ अपने हरे भरे वृक्षों की संधली धरती पर बिखरती छाया की अठखेलियों से सराबोर रहती थी ! आज सिटी की ब्यूटीफिकेशन ही इसकी हरियाली को लील रही है ! धरती का सैंकड़ों  मर्तबा सीना छलनी किया गया परन्तु आज भी धनपिपासुओं की लोलुपता की जठराग्नि शांत नहीं हुई है !
  •  
  • शहर में हरियाली को नगर निगम बुरी तरह से तहस  नहस करने में  रातदिन जुटा हुआ है ! भले ही बुद्धिजीवियों की जुबान में जेबें भरने में रातदिन एक किये हुए हैं ! उक्त लूट खसूट में निगम के संतरी से मंत्री और ब्यूरोक्रेट्स कोई भी अछूता नहीं बचा है ! तभी तो कोई किसी प्रकार का विरोध दर्ज करवाने की जेहमत नहीं उठाता है ! आज सड़कों के किनारे की ग्रीन बेल्टें पेवर ब्लॉक्स के पैरों तले रौंदी जाती सराम देखि जा सकती है ! की सड़कों के किनारे की ग्रीन बेल्ट्स को खत्म करके पेवर ब्लॉक्स फिट किये जा रहे हैं ! इस सब की क्या जरूरत आन पड़ी, इसके जवाब में चीफ इंजीनियर और निगम शीर्षाधिकारी तक खमोश की चादर ओढ़ें हैं ! पहले कभी ग्रीन बेल्ट की देखरेख पर जनता के खून पसीने की कमाई  गटर के पानी की माक़िफ़ बहाई गई ! और अब सत्ता परिवर्तन हुआ तो पहले वाले से ज्यादा लूट खसूट का रिकॉर्ड बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता है ! 
  •                सड़कों को कई महीने पहले ही खोद कर आने जाने वालों की सुविधा को प्रभावित किया गया है ! मिटटी के ढेरों से मिटटी उड़ कर घरों आदि और रहगुजरों की परेशानी का सबब बन रही है ! फिर पेवर्स ब्लॉक्स के उक्त मुख्य और स्लिप रोडस के बीच में चट्ठे बिना किसी की देखरेख कर छोड़े गए हैं ! जिनको रात  को मौका  लगते ही जरूरतमंद बिना किसी भय के चुरा कर रेहड़ियों और घोडा रेहड़ों पर लादते हुए ले जाते देखे जा सकते हैं ! यानि की यहाँ भी जनता का धन लूटते देखा जा सकता है ! ये पेवर्स ब्लॉक्स लगाने का कार्य कब सिरे परबन चढ़ेगा, रब्ब जाने ! इस बाबत बात किस से करें किसी का सरकारी फोन घनघनाता ही नहीं है ! स्थानीय जनता और समाज सेवी संस्थाओं विशेषकर हिन्द संग्राम परिषद और श्रीसिद्ध पौणाहारी सेवादल ट्राइसिटी सहित अदिति कलाकृति हब ऑफ़ हॉबीज और अनेकों संस्थाओं ने पुरजोर मांग करते हुए उक्त बेल्टों को यथावत हराभरा  गुहार लगाइ है ! दूसरी और कुछेक लोगों ने निगम से मांग की है कि पेवर्स ब्लॉक्स  जल्दी सिरे चढ़ाना चाहिए ! ताकि कई स्तरों पर सरकार को लगाया जा रहा चुना रुक सके ! पेवर्स ब्लॉक्स की चोरी रुके और उड़ती मिटटी धुल से पब्लिक को राहत मिले !  ग्रीन बेल्ट की रक्षा के लिए प्रशासन को आगे आना चाहिए और पत्थरों के बीहड़  को गरमा में और अधिक झुलसते और सर्दी में और अधिक ठिठुरते  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

133531

+

Visitors