चंडीगढ़:- 04 जनवरी:- आर के विक्रम शर्मा /करण शर्मा:– अंग्रेजी नववर्ष 20 21 की प्रथम सोमवती अमावस्या धर्म परंपराओं के साथ स्नान भजन कीर्तन दान पुण्य शिव स्तोत्र इत्यादि के जाप के साथ संपन्न हुई। नव वर्ष की यह पहली सोमवती अमावस इस साल 5 जनवरी को जबकि बीते वर्ष में सोमवती अमावस 24 जनवरी को थी। भारतीय धर्म समाज में सोमवती अमावस का अपना एक विशेष महत्तम और पूजनीय स्थान है। यह अनेकों दान पुण्य कर्म और यज्ञों के समान धर्म श्रेष्ठ सोमवती अमावस अमृत स्नान दान पुण्य लिए रहती है।
हिंदू धर्म की पराकाष्ठा मयी परम्पराओं में आस्था वानों ने पवित्र नदियों में जैसे गंगा जमुना सरस्वती नर्मदा सरयू और अनेकों बड़े सरोवरों, ज्योतिसर सनेत सरोवर, ब्रह्मसरोवर इत्यादि में जीवन को धन्य बनाने वाली और मोक्षदायिनी राह दिखाने वाली धर्म परंपराओं का निर्वहन करते हुए स्नान किया।