वृंदावन: 28 अक्टूबर:- विमल मिश्रा /अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क:–आध्यात्मिक चिंतन करने वाले साधु संत समाज और पूजा पाठ आदि में असीम आस्था रखने वाले भी कोरोनावायरस जैसी वैश्विक महामारी से पूरी तरह प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाए हैं ऐसे में हर किसी ने अपने बनती महती भूमिका निभाने की चेष्टा भी की है जो तूने ज्योतिष के मुताबिक महामारी की उपचार पद्धति आदि पर स्पीक भविष्यवाणी की है जो बहुत हद तक सटीक खरी उतरी हैं। और अध्यात्मिक लोगों ने अध्यात्म के द्वारा इस पर विजय पाने की अनेकों विधाओं पर बल दिया है। और काफी हद तक विश्व ने यह माना है कि अध्यात्म विधाओं खासकर योग और ध्यान यानी मेडिटेशन के द्वारा इस वायरस पर काबू पाया जा सकता है। और लोगों ने भारतीय धर्म शास्त्रों और आयुष शास्त्रों के मुताबिक ही उपचार पद्धति को प्राथमिकता दी है। और इन उपचार पद्धतियों ने यह रोगों से लड़ने की प्रबल शारीरिक क्षमता से लाखों प्राणों को बेमिसाल जीवनदान भी दिया है। लोगों ने धैर्य और बीमारी से लड़ने की प्रबल क्षमता अर्जित करते हुए खुद को और दूसरों को भी स्वस्थ रखना पुनीत ध्येय बना लिया है।स्वयं को और दूसरों को मानसिक और शारीरिक तौर पर बलिष्ठ रखने का हास्य या परिहास का अपना स्थान है! इसी के तहत किसी कलमकार ने बहुत ही हास्यास्पद लेकिन गंभीर इशारा लिए हुए कुछ पंक्तियां कलमबद्ध की हैं, उदाहरणार्थ:-
*रहीमदास*🙊
रहिमन घर से जब चलो, रखियो मास्क लगाय।
ना जाने किस वेश में मिले कोरोना आय।।
*कबीरदास*☕
कबीरा काढा पीजिए, काली मिर्च मिलाय।
रात दूध हल्दी पियो, सुबह पीजिए चाय।।
*तुलसीदास*🧴
छोटा सेनिटाइजर, तुलसी रखिए जेब।
न काहू सो मागिहो, न काहू को देब।।
*सूरदास*🏠
सूरदास घर में सेफ रह्यो, ये ही है सबसे बेस्ट।
नजला, जुकाम, सर्दी लगे, तुरंत करवा लो टेस्ट।।
*मलूकदास*🙇♂️
बिस्तर पर करवटें लेते रहो, सुबह शाम दिन रात।
एक तो रोग भयंकरा, ऊपर से हद की बरसात।।
🐲
रहिमन वैक्सीन ढूंढिए,
बिन वैक्सीन सब सून,
वैक्सीन बिना ही बीत गए,
अप्रैल मई और जून…
🍁
कबीरा वैक्सीन ढुंढ लिया
धीरज धरो तनिक तुम !
ट्रायल फायनल चल रहा ,
वैक्सीन कमिंग सून !!
💝आरके विक्रमा शर्मा
वैक्सीन खाक बनेंगी,
जब वायरस प्रजाति पकड़ ना पायो।
मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग अपनाएं,
परहेज से मौज उडायो।।।
👌व्हाट्सएप यूजर से भी।।।।।।।।।।