चंडीगढ़:- 20 अगस्त:- आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:- चंडीगढ़ में कोविड-19 का कहर पुरयौवन पर है। और स्थानीय जनता है कि मानने का नाम नहीं लेती है। कायदे कानूनों और सख्त आदेशों को पैरों तले रौंद रही पब्लिक को समझाने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। प्रशासन के दावे और वादे पूरी तरह से खोखले साबित हो रहे हैं। ऊपर से आलम यह है कि डिस्पेंसरीज, सिविल हॉस्पिटल मनीमाजरा, सेक्टर 45 और सेक्टर 22 सहित जीएमसीएच 32 जीएमएसएच 16 पीजीआई 12 सभी में व्यवस्थाओं के नाम पर पलीता ही लग रहा है। हताश निराश रोगियों में निराशा बढ़ रही है। अनेकों सीनियर सिटीजंस और असाध्य रोगों से ग्रस्त रोगी मानसिक प्रताड़ना सह रहे हैं। ऐसे में प्रशासन के पास किसी भी तरह के पुख्ता इंतजामों के नाम पर कुछ भी नहीं है। कम्युनिटी में कोविड-19 का बढ़ता दबदबा सबके लिए घातक सिद्ध होता जा रहा है।
सेक्टर 23 मार्केट में जालंधर स्वीट्स के पांचों बूथ पूरी तरह से 48 घंटे के लिए सील किए जा चुके हैं।। हालांकि शहर ही नहीं बल्कि ट्राइसिटी में मिठाइयों के शौकीन लोग ग्राहक अच्छी तरह जानते हैं कि यहां पर सफाई व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम है। जालंधर स्वीट्स के मालिक दविंदर ने बताया कि जालंधर स्वीट्स कोविड 19 को लेकर प्रशासन की हर बात अक्षरत मानती रही है। और आगे भी मानती रहेगी। इन आदेशों की पालना करते हुए 48 घंटे के लिए जलांधर स्वीट्स को बंद कर दिया गया है। ग्राहकों की सेहत के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भले ही जलांधर स्वीट्स को बंद रखने से एक दिन में ही भारी अर्थ हानि उठानी पड़ती है। लोगों ने जालंधर स्वीट के देवेंद्र कुमार की ग्राहकों की सेहत को लेकर बढ़ती जा रही सावधानी के लिए शाबाशी दी है।।