अब शहर में थ्रीडी कम्प्यूटराइज्ड डेंटल इम्पाल्ट संभव
चंडीगढ़ ; 21 सितम्बर ; आरके शर्मा विक्रमा ;—-मुंह में से दांत टूटे हुए चाहे कितना भी समय हो जाए अब वहां पर दोबारा से दांत लगाए जा सकते है। इसके लिए अब जबड़े की हड्डी के बैठने की चिंता करने की भी जरूरत नहीं है क्योंकि शहर में अब थ्री ड कम्प्यूटराइज्ड डेंटल इम्पाल्ट शुरू हो चुका है। यह इलाज जहां पर दांतों के रोगियों के लिए वरदान है वहीं पर विदेशों से दस गुणा कम कीमत में उपलब्ध भी है। शहर के सेक्टर-21 में स्थित प्राइवेट डेंटल क्लीनिक एवांस डेंटल केयर ने पहली सफल थ्री डी कम्प्यूटराइज्ड इम्पाल्ट प्लेसमेंट और बोन ग्राफटिंग करने में सफलता हासिल की है।
अमेरिका से भारत में दांतों का इलाज कराने पहुंचे 64 वर्षीय क्लिफर्ड के पूरे दांत दस साल पहले टूट गए थे। जिसके बाद उन्हें खाने-पीने में परेशानी थी। इसके इलाज अमेरिका में एक लाख दस हजार डॉलर के साथ हो रहा था जो कि भारत में मात्र दस हजार डॉलर में ही पूरा हो गया। जानकारी देते हुए डॉक्टर मोहित धवन ने कहा कि थ्री डी कम्प्यूटराइज्ड डेंटल इम्पाल्ट बहुत ही सुरक्षित और सफल तरीका है दांतों को दोबारा से लगाने का। इसमें इंसान का पूरा जबड़ा स्वीडन से बनकर आता है। जिसमें डॉक्टर की भी कम मेहनत है इसके साथ ही उसे एक बाद मुंह में लगाने के बाद उसके हिलने और गिरने का चांस बहुत ही कम हो जाता है। पहले जो तकनीक इस्तेमाल होती थी वह कुछ ही समय बाद अपनी जगह छोड़ देती थी जिसके कारण मरीज को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था।