चंडीगढ़:- 17 जून:- आरके शर्मा विक्रमा/करण शर्मा:-कोरोना वायरस महामारी के चलते अस्पतालों में मरीजों की ट्रीटमेंट के लिए खूब मारामारी चल रही है! ऐसे में डॉक्टर और नर्स/ वार्ड बॉय और सफाई कर्मचारी आदि अपनी जान की परवाह किए बिना प्रभावितों की जान बचाने में रात दिन जुटे हुए हैं। कड़वा सच तो यह है कि मरीजों के संपर्क में डॉक्टरों से कई गुना ज्यादा नर्सिंग स्टाफ संपर्क में रहता है। और उनकी जान को वायरस का ज्यादा खतरा बना रहता है। नर्सिंग स्टाफ अपने घर परिवार अपने बच्चों की परवाह किए बिना कई कई हफ्तों से अस्पताल में ही मरीजों की देखभाल में जुटी हुई हैं। ऐसे में डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ सहित अन्य वर्किंग स्टाफ को कोविड-19 योद्धाओं का दर्जा देकर सामाजिक संस्थाएं आदि सम्मानित कर रही हैं। और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर रही हैं। इसी के चलते आज से स्टाफ नर्स को नर्सिंग ऑफिसर कहना होगा। और नर्सिंग सिस्टर को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर कहकर संबोधन करने के आदेश जारी हुए हैं । डायरेक्टर हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर चंडीगढ़ ने यह आदेश अप्रूवल हेतु सबमिट किए हैं।। गौरतलब है कि सहायक नर्सिंग अधीक्षक और डिप्टी नर्सिंग अधीक्षक नर्सिंग अधीक्षक सहित चीफ नर्सिंग ऑफिसर आदि के पदनाम पूर्ववत ही रहेंगे।। नर्सिंग ऑफिसर और सीनियर नर्सिंग ऑफिसर पदनाम मैं यह सम्मान अर्जित करके फूले नहीं समा रही हैं यही उनका कोविड-19 में दिए गए अदम्य साहस पूर्वक कर्तव्य निर्वहन के जज्बे को सम्मान मिला है।।