मन में दूविधा शंका और हीन दुर्बल विचारधारा, संकीर्ण मानसिकता ना बढ़ने दो

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चंडीगढ़:17 जून:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:– जिंदगी अनमोल है। उसका मोल जो समझ गया वह जिंदगी जी गया। अन्यथा तो बस जीना है और आखिर में मर जाना है।। धन दौलत यार मित्र रिश्तेदारी सब कुछ जीरो है अगर आप खुद अपनी जिंदगी के नहीं हीरो हैं।।‌ मौत को वह गले लगाते हैं जो जिंदगी  को जीने से घबराते हैं।। यह विचार मोटीवेटर आर के शर्मा विक्रमा ने कोरोना महामारी के लॉकडाउन और फिर अन लॉकडाउन के दौरान आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए इस विषय पर विस्तार पूर्वक विचार करने पर जोर देते हुए युवा समाज को आगाह किया है। और जिंदगी को जिंदादिली से जीने के लिए प्रेरित भी  किया है।

4 करोड़ रुपयों की मज़राती कार
ढाई करोड़ की रेंज रोवर
16 लाख की BMW बाइक
60 करोड़ की प्रॉपर्टी
और इसके अलावा *सुशांत सिंह राजपूत* हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का इकलौता ऐक्टर था, जिसने चाँद पर लूनर प्रॉपर्टी के थ्रू पीस ऑफ लैंड खरीद रखा था ।

लेकिन ये सब होते हुए भी डिप्रेशन में उसने फांसी लगा के खुद को खत्म कर दिया ।
*तनाव के उन क्षणों में मजबूत लोग भी आत्महत्या कर लेते हैं..*

वो लोग जिनके पास सब कुछ है ..
*शान … शौकत … रुतबा … पैसा .. इज्जत*
इनमें से कुछ भी उन्हें नहीं रोक पाता ..

तो फिर क्या कमी रह जाती है ???

*कमी रह जाती है उस ऊँचाई पर एक अदद दोस्त की*

*कमी होती है उस मुकाम पर एक अदद राजदार की*

एक ऐसे दोस्त की जिसके साथ *”चांदी सोने के कपों”* में नहीं ,
*किसी छोटी सी चाय के दुकान पर भी बैठ सकते ..*

जो उन्हें बेतुकी बातों से जोकर बन कर हंसा पाता …

वह जिससे अपनी दिल की बात कह हल्के हो सके..
वह जिसको देखकर
अपना स्ट्रेस भूल सके

*वह दोस्त*
*वह यार*
*वह राजदार*
*वह हमप्याला*
उनके पास नहीं होता
जो कह सके तू सब छोड़ … *चाय पी मैं हूं ना तेरे साथ …*
और आखिर में
यही मायने कर जाता है…

सारी दुनिया की धन दौलत एकतरफ…सारा तनाव एक तरफ ..
*वह दोस्त वह एक तरफ !!!*

*लेकिन अगर आपके पास वह दोस्त है वह यार है*

*तो कीमत समझिये उसकी…*

चले जाइए एक शाम उसके साथ चाय पर …
जिंदगी बहुत हसीन बन जाएगी……

*याद रखिए आपके तनाव से यदि कोई लड़ सकता है तो वो है आपका दोस्त और उसके साथ की एक कप गर्म चाय !!!*

हम सब भी आज कोरोना लॉक डाउन के कारण आर्थिक चुनौतियों के दौर में हैं। व्यापार या काम धन्धा ठप्प हो गया।बहुत से लोगों की नौकरी चली गई होगी, जा सकती है। सैलरी कम हो गई होगी या हो सकती है। याद रखना है कि ये हालात आपकी वजह से नहीं आए हैं। आप ख़ुद को दोष न दें। न हार, अपमानित महसूस करें। रास्ता नज़र नहीं आएगा लेकिन हिम्मत न हारें। कम से कम खर्च करें।अपनी मानसिक परेशानियों को लेकर अकेले न रहें। *दोस्तों से बात करें।*
रिश्तेदारों से बात करें। किसी तरह का बुरा ख़्याल आए तो न आने दें। इस स्थिति से कोई नहीं बच सकता। तो धीरे धीरे खुद को पहाड़ काट कर नया रास्ता बनाने के लिए तैयार करें। अपनी भाषा या सोच ख़राब न करें। *कुछ भी हो जाए, जीना है, कल के लिए।* धीरज रखें। कम में जीना है। यह वक्त आपका इम्तहान लेने आ गया है।
भरोसा रखिए जब आपने एक बार शून्य से शुरू कर यहाँ तक आये है तो *एक और बार शून्य से शुरू कर आप कहीं से कहीं पहुँच जाएँगे।* बस यूँ समझिए कि आप लूडो(सांप सीढ़ी)खेल रहे थे। 99 पर साँप ने काट लिया है *लेकिन आप गेम से बाहर नहीं हुए हैं।* क्या पता कब सीढ़ी मिल जाए। थोड़े दिन झटके लगेंगे, उदासी रहेगी लेकिन हँसते-मुस्कराते रहिये। हम दोबारा बैलगाड़ी से शुरुआत करके मर्सिडीज तक पहुंचने का हौसला रखते हैं।

*🌸सदैव सकारात्मक रहे🌸*
अपनो से मिलते रहिये, बात करते रहिए । एक ही दिल है, उसमे खुशियां भरिये, डिप्रेशन नही ।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻

*अगर फिर भी कोई डिप्रेसन हो तो कुछ आपने आपसे बुरा करने से पहले एक बार गोर्खा इंटरनेशनल 9897674126 से बात जरूर करे।* *हम आपकी हर बात सुनने को तैयार बैठे है । कुछ कार्य या राय न भी दे पाये तो भी हम एक दोस्त की तरह आपकी बात सुनकर आपका मन हल्का जरूर कर सकते है।गोरखा इंटरनेशनल के इस साहसी और सराहनीय प्रयास को आप तक अल्फा न्यूज़ इंडिया पहुंचाने में खुशी और आत्म संतुष्टि की ऊर्जा महसूस करता है।। आप भी अपने मन की किसी भी तरह की कुंठा कुविचार हीन भावना आदि संशय पैदा करती कुंठाओं के निवारण हेतु अल्फा न्यूज़ इंडिया के ऑफिशियल मोबाइल नंबर 9872 886540 पर बातचीत करते हुए मन को हल्का कीजिए। और शांत चितवन से सुखद स्वस्थ जीवन के लिए सकारात्मक विचारों को साथ लेकर आगे बढ़ते जाइए। हमारी हार्दिक शुभकामनाएं हमेशा आपके साथ हैं।।।

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