कोरोना की दर्दनाक मौतों के लिए सरकारी रजिस्टर भी पड़ेंगे कम

Loading

चंडीगढ़:- 13 जून:- आरके विक्रम शर्मा/ करण शर्मा:– देश पूरी दुनिया के साथ साथ कोरोना से पार पाने के लिए छटपटा रहा है!! पिछले बीते महीने देखें, तो उम्मीद नहीं थी कि आज के दौर का दिल दहला देने वाला दृश्य देखना पड़ेगा!! लेकिन कड़वा सच तो यह है कि आने वाले दौर का दृश्य तो और भी ज्यादा खौफनाक मंजर पैदा करेगा। यह तो पत्थर पर लकीर की तरह सच और साफ है। ज़िक्र दिल्ली का है हैरतअंगेज यह है कि 28 अप्रैल तक इस वैश्विक महामारी के रोगियों की गिनती 29000 पार कर चुकी थी। और 27 अप्रैल तक 1543 नए मामले सामने आए थे। और मरीजों की गिनती बढ़ कर 29435 हो गई थी।। 27 और 28 तारीख के दरमियान 62 मौतें दर्ज की गई थी।। और इस तरह मरने वालों की कुल गिनती 934 तक पहुंच गई थी इन मरीजों में 111 मरीज विदेशी हैं। जो कि पॉजिटिव पाए गए हैं। और इसी दौरान 685 मरीज स्वास्थ्य लाभ लेकर अपने घरों को अस्पतालों से लौटे हैं। समूचे देश में 6869 मरीज बिल्कुल स्वस्थ होकर अपने घरों को वापस जा चुके हैं। भारत में महाराष्ट्र राजस्थान आंध्र प्रदेश गुजरात यूपी दिल्ली में दिल दहला देने वाली परिस्थितियां चल रही हैं।

अब तो 5 प्रांतों में ही देश के 75% कोरोनावायरस पाए गए हैं। महाराष्ट्र में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 28 अप्रैल तक 369 और कुल मरीजों की संख्या आठ हजार को पार कर चुकी है। पिछले कुछ दिनों से पांडुचेरी अरुणाचल प्रदेश मिजोरम गोवा त्रिपुरा इनमें नए के सामने नहीं आने से राहत बनी हुई है।।

दिल्ली की जनता के साथ और सरकार के साथ भेदभाव की और केंद्र सरकार की भर्त्सना की इक्का-दक्का सोशल मीडिया पर आ रही खबरें सोचने पर मजबूर करते हैं। दिल्ली सरकार के अस्पतालों के कुल बेड 10500 हैं। लेकिन कोरोना के लिए 4576 बेड आरक्षित हैं। केंद्र सरकार के 10320 और कोरोना बैड 835 एमसीडी के 3500 बैड हैं। और कोरोना बैड  शून्य है। केंद्र ने अन्य राज्यों को 17,500 करोड़ रुपए दिए। लेकिन दिल्ली को उसके हिस्से का एक पैसा भी नहीं मिला है। दिल्ली को केंद्र के अस्पतालों का सहयोग नहीं मिला है। और दिल्ली अन्य राज्यों के मरीजों को भी संभाल रही है।

दिल्ली एमसीडी मैं 15 सालों से भारतीय जनता पार्टी का राज है लेकिन जनता को आज तक क्या कुछ निशुल्क दर पर दिया गया है यह जनता बखूबी जानती है डॉक्टर टीचर्स सफाई कर्मचारी इन सब को चार चार महीने से तनख्वाह नहीं मिली है लेकिन पार्षद सभी करोड़पति हैं क्या सीबीआई इनकी भी जांच करेगी।।

आज शनिवार 13 जून की खबरों की वानगी देखे तो जिम्मेदार और जवाब दे लोगों का मानवीय चेहरा सामने आता है इंसानों संग जानवरों सा सलूक किए जाने का सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है सरकारी अस्पतालों में कोरोना के इलाज में लापरवाही पर गुस्से में 3 जजों की बेंच कचरे के ढेर में मिल रही है लाशें शवों की परवाह नहीं परिवार वालों को इतना नहीं किया जा रहा है।

और अब भारत में कोरोना बहुत तेजी से बढ़ रहा है अगर जुलाई महीने में ब्राजील नंबर एक पर आ जाता है तो भारत भी उससे कुछ कद नहीं दूर होगा इस वक्त भारत चौथे नंबर पर  चल रहा है।17 दिन में मामले दुगुने हो रहे हैं। सितंबर तक महामारी से संक्रमितों की संख्या का अनुमान एक करोड़ के आसपास बताया जा रहा है। यूपी में अब रोजाना 15000 की टेस्टिंग रेंडम सेंपलिंग अभियान चल रहा है। मरीजों की संख्या 12000 के पार और पश्चिमी यूपी में कोरोना का कहर सिर चढ़कर बोल रहा है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

133807

+

Visitors