प्रतिदिन 30 मिनट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान जरुरी : जिलाधिकारी

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चंडीगढ़/प्रतापगढ़ : 05 जून: अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क :– जिलाधिकारी प्रतापनगर   डा0 रूपेश कुमार* ने अवगत कराया है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी का प्रकोप है। कोविड-19 महामारी की कोई दवा अभी तक नही बनी है। ऐसे में शरीर को स्वस्थ्य बनाये रखने में प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक प्रणाली की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस रोग से बचाव हेतु शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ाने के उपाय करना ही श्रेयष्कर है। आयु एवं स्वास्थ्य से जुड़ा विज्ञान होने के साथ ही आयुर्वेद प्राकृतिक साधनों के प्रयोग पर बल देता है। रोगो से बचाव का आयुर्वेदिक पक्ष मुख्यतः दिनचर्या एवं ऋतुचर्या पर आधारित है। आयुर्वेद शास्त्रों में वर्णित सरल उपायों के द्वारा व्यक्ति अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर सकता है। कोविड-19 के संकट के दौरान स्वयं की देख-भाल एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ाने के लिये आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयुर्वेदिक उपाय बताये गये है।
जिलाधिकारी ने कोविड-19 रोग से बचाव हेतु सामान्य उपाय के विषय में बताया है कि पूरे दिन केवल गरम पानी पियें, आयुष मंत्रालय की सलाह के अनुसार प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करें तथा हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का भोजन बनाने में प्रयोग करें। उन्होने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु आयुर्वेदिक उपाय के बारे में बताया है कि च्वनप्राश 10 ग्राम (एक चम्मच) सुबह लें। मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्वनप्राश लें। तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, शोंठ (सूखी अदरख) एवं मुनक्का से बनी हर्बल टी/काढ़ा दिन में एक से दो बार पियें, स्वादानुसार इसमें गुड़ या ताजा नींबू मिला सकते है। गोल्डन मिल्क-150 मिली0 गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी चूर्ण दिन में एक से दो बार लें। उन्होने सामान्य आयुर्वेदिक उपाय के बारे में बताया है कि नस्य-सुबह एवं शाम तिल/नारियल का तेल या घी नाक के दोनो छिद्रों में लगायें। कवल-1 चम्मच तिल/नारियल तेल को लेकर दो से तीन मिनट तक कुल्ले की तरह मुह में घुमायें। उसके बाद उसे कुल्ले की तरह थूॅक दें फिर गरम पानी से कुल्ला कर लें, ऐसा दिन में एक से दो बार करें। जिलाधिकारी ने खॉसी/गले में खरास के लिये बताया है कि दिन में एक बार कम से कम पुदीने के पत्ते/अजवाइन डालकर पानी की भॉप लें। खॉसी या गले में खरास होने पर लौंग के चूर्ण में गुड़ या शहद मिलाकर दिन में दो या तीन बार लें। ये उपाय सामान्य सूखी खॉसी के लिये लाभदायक है फिर भी अगर लक्षण बने रहते है तो डाक्टर से परामर्श लें।

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