कुरुक्षेत्र /चंडीगढ़ ; 19 दिसंबर ; आरके शर्मा विक्रमा ;—-फिरोजाबाद के सिहोकाबाद के प्रसिद्घ शिल्पकार गायत्री देवी और छोटे लाल शीशे के खिलौने बनाने की कला को लेकर पहली बार अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2018 में पहुंचे है। इस बार अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में आने वाले पर्यटकों के लिए शीशे के खिलौने खासकर भगवान श्रीकृष्ण-राधा की छोटी प्रतिमा लेकर आए।
उन्होंने कहा कि फिरोजाबाद में चंचल हैंडीक्राफ्ट के नाम से ग्रुप चला रहे है और उनके साथ 11 लोग जुड़े हुए है, सभी लोग शीशे के खिलौने, प्रतिमा और अन्य सामान बनाने का काम कर रहे है। इसके लिए सरकार की तरफ से आर्थिक रुप से भी सहायता मुहैया करवाई जा रही है। इस सहायता के कारण ही अपना रोजगार चला रहे है और आज अपने परिवार को पालन-पोषण भी कर रहे है। उन्होंने कहा कि उनके पास क्रिस्टल का सामान रखा हुआ है और शीशे के खिलौने बनाने के लिए आक्सीजन और एलपीजी को मिलाकर कांच की छड़ को पिंघलाकर ढालते है और फिर उन्हें शेप देने का काम करते है।
उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के लिए भगवान श्रीकृष्ण और राधा की मुर्तियां शीशे से बनाकर लेकर आए है। इसकी कीमत 600 रुपए रखी गई है और इस मुर्ति को तैयार करने में 2 घंटे का समय लगता है, इसके अलावा भगवान गणेश की भी मुर्ति बनाकर लेकर आए है, शीशे की इस मुर्ति को बनाने में 4 घंटे का समय लगता है। इसके अतिरिक्त कई अन्य खिलौने तैयार करके लेकर आए है जो पर्यटकों के ड्राईंग रुम की शोभा बढ़ाएंगे।