चंडीगढ़:- 26 मई:- आरके शर्मा विक्रमा/ करण शर्मा:– पंजाबी गीतों के सुरीले लोक गायक शंकर साहनी ने हाल ही में ओम नमः शिवाय मंत्र का 2 घंटे 35 मिनट 11 सेकंड निरंतर 1008 बार जाप किया है। और यह जाप बिना किसी वाद्य यंत्र ढोल ताल पखावज मृदंग हरमोनियम तानपुरा या सारंगी सितार आदि के बिना ही संपूर्ण किया गया है। और सोशल मीडिया पर धर्म में आस्था वालों ने आस्थावत खूब सराहा है। लेकिन उक्त महामंत्र को वेब न्यूज़ पोर्टल और फेसबुक, व्हाट्सएप व टि्वटर, इंस्टाग्राम पर ” गीत ” कहकर पुकारे जाने पर धर्म प्रज्ञ व समाज सेवक पंडित रामकृष्ण शर्मा ने रोष जताते हुए अफसोस व्यक्त किया है कि कैसे एक पत्रकार या कलमकार सृष्टि के मूल को और मूल मंत्र को गीत लिख कर सम्बोधित कर सकता है। मंत्र को गीत कह सकता है।।। यह करोड़ों करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का सीधे-सीधे अपमान है। लेकिन फिर भी यही धर्म समाज शांत बैठा है। और किसी तरह की भी कठोर कार्यवाही व निंदा से परहेज किए हुए हैं।। इस बाबत अल्फा न्यूज़ इंडिया ने गायक शंकर साहनी से इस बारे में खेद जाहिर किया तो उन्होंने तुरंत इसे सुधारने की बात कही और माना कि यह पत्रकार से भूलवश लिखा गया है। लेकिन गायक शंकर साहनी के माध्यम से अभी तक उक्त कथित पत्रकार ने किसी तरह की भी क्षमायाचना करने की पहल तो दूर कोशिश तक नहीं की है।।
कई अन्य धार्मिक संगठनों ने भी इस भूल के लिए पत्रकार की उक्त लापरवाही या अज्ञानता का संज्ञान लेने की बात कही है उन्होंने कहा कि हो सकता है दुनिया के सबसे प्राचीन और विशाल हिंदू धर्म के बारे में उक्त पत्रकार का अनुभव काफी गौण होगा और सोच भी अभी संकीर्ण ही है जो उन्होंने इतनी बड़ी गलती करने के बाद एक बार भी क्षमा याचना नहीं की है।।
यहां यह भी जिगर बात है कि शंकर साहनी एक बहुत ही नेक और साफ दिल इंसान हैं। और उनकी गायन शैली भी परिवारिक सामाजिक और धार्मिक आधार लिए रहती है। कोरोना वायरस महामारी के दौरान शंकर साहनी की सेवाएं समाज के सभी वर्गों का मार्गदर्शन करती हैं। और इस कार्य में जुटे तमाम योद्धाओं का हौसला अफजाई करती है। शंकर साहनी खुद इस बात के लिए पत्रकार के फिर ध्यान में इस गलती को लाने की बात कही है। इसी के चलते शिकायत और रोष कर्ताओं ने कहा है कि पत्रकार को उक्त मूल महामंत्र की समग्र और बुनियादी जानकारी देना ही उनका मकसद है। ना कि उन्हें किसी तरह से प्रताड़ित किए जाने कि वह पक्षधर हैं ll