सृष्टि का महामंत्र ओम नमः शिवाय जपा शंकर साहनी ने

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चंडीगढ़: 25 मई:- आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:– देश और दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस जैसी प्राण लेवा वैश्विक महामारी से जूझ रहा है! चारों और हर स्तर पर महामारी से निपटने का वैक्सीन उपाय खोजने की होड़ मची है! लाखों लोग बेमौत महामारी का ग्रास बन चुके हैं!! ऐसे में शिवाय परम शक्ति के सिवा और कोई सहारा दृष्टिगोचर नहीं होता है। एक दूसरे को सांत्वना ही दी जा रही है। और सावधानियां बरतें का मार्गदर्शन किया जा रहा है। इस महामारी से आयुर्वेदिक और भारतीय आयुष से ही चिकित्सा संभव है। और परमपिता परमेश्वर का जाप ही मुक्ति का एकमात्र सफल और सुफल साधन है। इसी क्रम को सर्वश्रेष्ठ उपाय जानते व मानते हुए जाने-माने  गायक शंकर साहनी ने भी मानवता के लिए सृष्टि के महामंत्र ओम नमः शिवाय का महान जाप किया है। इस बारे में शंकर साहनी ने अल्फा न्यूज़ इंडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यह महामंत्र उन्होंने बहुत ही पवित्र और एकांत वातावरण में धर्म आस्थाओं भावनाओं के साथ 2 घंटे 35 मिनट 11 सेकंड में 1008 बार उच्चारण करके संपूर्ण किया है। इस महामंत्र के महान जाप का फल समूची मानव सभ्यता को अक्षरत मिलेगा। ऐसा उन्होंने परमपिता शिव की भक्ति की शक्ति पर विश्वास जताया है। उन्होंने कहा है कि कि भगवान शिव का यह महामंत्र सब मंत्रों का मूल है। और सब विपदाओं का, कठिनाइयों का व अभावों का एकमात्र निवारण है। शंकर साहनी अंतरराष्ट्रीय स्तर के गायक कहे जाते हैं। क्योंकि उनका गायन हर प्रकार की सीमा बंधन और लिमिटेशंस को क्रॉस करके सभी संगीत प्रेमियों के लिए उपहार होता है। उनके गायन में विविधता है। और हर भाषा और क्षेत्रीय संगीत का समावेश है। शंकर साहनी के कहने मुताबिक कलाकार और कला की खासकर संगीत की कोई सीमा नहीं होती है। उसकी साधना सर्व व्यापक होती है। और सर्व साध्य होती है। और सब का कल्याण मनोरंजन और स्वास्थ्य पुष्ट करने के लिए होती है।

इस मंत्र को सोशल मीडिया पर बेशुमार लाइकिंग और शेयर्स के चलते बहुत लोकप्रियता हासिल हो रही है। और कोरोना वायरस से लड़ने में यह मंत्र आध्यात्मिक स्तर पर आत्मबल प्रदान करने वाला है। इसे हर मजहब संप्रदाय और पाबंदियों और हदबंदियों से ऊपर उठकर महा जाप करना चाहिए। यह मूल मंत्र समानता के आधार पर सब पर अनुकंपा प्रदान करता है।।।

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