चंडीगढ़:- 30 अप्रैल:- आर के शर्मा विक्रमा/ करण शर्मा:– सोशल मीडिया समाचार पत्रों और टीवी माध्यमों के द्वारा कोरोना वायरस से लोहा ले रहे योद्धाओं को बारंबार जनता के आगे हाथ जोड़ते हुए देखा जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री ने भी कई बार जनता के आगे हाथ जोड़े हैं। और एक ही मांग की है कि अपने स्वास्थ्य, भविष्य के लिए अपने घरों में रहो। अपने लोगों में रहो अपनी हदों में रहो क्योंकि बाहर का सारा तामझाम मुसीबतें परेशानियां सब योद्धाओं के कंधे पर लदी हैं।।
घर में हैं, तो आप, घर के भी हैं। और घर वालों के भी हैं। जब आप ही नहीं रहोगे तो घर और घरवाले किसके रहेंगे। यह दो टूक जिंदगी का सुरक्षित फलसफा जीएमसीएच सेक्टर 32 के प्रोफेसर डॉक्टर ए के अत्री ने ना सिर्फ चंडीगढ़ वासियों को बल्कि समस्त मानव समाज के लिए स्पष्ट किया है।
प्रोफेसर डॉक्टर अत्री अपनी डॉक्टरी ड्यूटी के साथ-साथ अपनी नैतिक और मौलिक जिम्मेदारियों का भी बड़ी संजीदगी से और जिम्मेदारियों का जवाबदेही से निर्वहन कर रहे हैं। समय-समय पर पब्लिक को घातक महामारी से बचने के उपाय सुझा रहे हैं जो लोग कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर घूम रहे हैं गलियों में घूम रहे हैं उनसे हाथ जोड़कर निवेदन कर रहे हैं कि वह सब बेपरवाइयां छोड़ दें। और एक समझदार नागरिक बनते हुए आज के दौर में सबसे अहम जिम्मेदारी निभाने का उदाहरण बनें।।
चंडीगढ़ शहर जहां मेडिकल सुविधाओं का कोई टोटा नहीं है। वहां पर भी कोरोनावायरस महामारी अपनी भुखमरी का नंगा नाच नाच रही है। और हम लोग आप लोगों की सेवा के लिए डटे हुए हैं। जबकि आप सड़कों पर टहल रहे हैं। बार-बार समझाने के कि आपके साथ साथ वायरस की ये चेन फिर खत्म होने का नाम नहीं लेगी।। सुधर जाओ संभल जाओ तो संवर जाओगे। नहीं तो नहीं तो बीमार पड़ जाओगे वायरस से संक्रमित हो जाओगे और शायद फिर बच भी नहीं पाओगे सावधान हो जाइए सावधान रहिए और अपने लिए और अपनों के लिए जिंदा रहिए स्वस्थ रहिए।। यह विचार सबको जगाने के लिए डॉक्टर प्रोफेसर एके अत्रि और डॉक्टर जेपी बंसल ने व्यक्त किए हैं।
अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से डॉक्टर प्रोफेसर ए के अत्री अपने महत्वपूर्ण और बेशकीमती सुझाव जनता को देखकर अलर्ट करते रहते हैं। इसी क्रम में आज उन्होंने बड़े ही सिंपल शब्दों में और सादे ढंग से लोगों को आगाह किया है, सजग किया है और बताया कि अगर आप डॉक्टर के पास जा रहे हैं तो आपको अपने स्वास्थ्य के बारे में डॉक्टर को सूचित करना चाहिए। और डॉक्टर की दी हुई ही हिदायतों का पालन करना चाहिए। जैसे हाथों को सैनिटाइजर से सुरक्षित रखें। मास्क पहनें। वायरस प्रदूषण से सुरक्षित रहें। अपने चेहरे को बार-बार ना छुएं। छींकते हैं, तो हाथों में ना छींकते हुए बाजू में ही मुंह मोड़ के छींकें।। मत किसी से हाथ मिलाओ। हर किसी को दूर से नमस्ते बुलाओ। और जो फासले आगे जाकर फेस करने हैं, उनके आदी होने की आदत डालें। यह वायरस लंबे समय तक भौतिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित करता रहेगा तो इससे बचने की आदत को अपनाना ही होगा।।
सरकारी सिविल डिस्पेंसरी सेक्टर 20 के डॉक्टर जेपी बंसल ने भी जनता को अपने स्वास्थ्य के प्रति आगाह करते हुए कहा कि पीने में गर्म पानी पीते रहें। और अगर बाहर से आ रहे हो, घर में, तो हाथों को साबुन से जरूर धो लें। और उसके बाद थोड़ा सा सैनिटाइजर लेकर हाथों में लगाएं। अदरक तुलसी काली मिर्च गिलोय एलोवेरा और अपनी सामर्थ्य मुताबिक हरी सब्जियों और सीजनल फ्रूट्स का खूब इस्तेमाल करें। नजला, जुकाम, गले में खराश ना होने दें और कब्ज से पूरी तरह से बचें। अपने स्वास्थ्य के प्रति आप सजग रहें और अपने डॉक्टर के सम्पर्क में रहे। नाक कान और चेहरे पर हाथों पर सरसों के तेल से मालिश जरूर करें।। अपने घर की सफाई करें और पहनने वाले उड़ने वाले बिछाने वाले कपड़ों की जरूर धूप में सिकाई करें। यह बहुत जरूरी है हफ्ते में कम से कम एक बार तो जरूर करें।।
डॉक्टर जेपी बंसल भी बहुत ही सटीक शब्दों में सब को सजग करते हुए कह रहे हैं कि जो मास्क ग्लव्स आप यूज कर चुके हैं तो उनके प्रति और भी होशियारी सजगता दिखाइए। उन्हें ऐसे वैसे इधर-उधर मत फैंकें।। उनको या तो जमीन में दबा दीजिए।। और अगर डस्टबिन में डाल रहे हैं तो पहले उनको प्लास्टिक लिफाफे में रेप करें।।