गलत सूचना पर डॉक्टरों ने सिख ड्राइवर को बिना चेकअप किया क्वॉरेंटाइन

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चंडीगढ़/पंचकूला:— 16 अप्रैल:- आरके विक्रमा शर्मा/ एनके धीमान:— सोशल मीडिया पर सरदार मंजीत सिंह बनूड जिला पटियाला वासी मोबाइल नंबर 95926 69999 की वीडियो वायरल हो रही है।। इस वीडियो के मुताबिक मनजीत सिंह को पंचकूला के सरकारी डॉक्टरों ने बिना चेक किए 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया है। डॉक्टरों ने यह एक्शन किसी अज्ञात द्वारा  फोन पर यह गुमराह करती सूचना देने पर लिया है कि मनजीत सिंह ड्राइवर दिल्ली आदि में आता जाता रहता है और यह कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज हो सकता है। डॉ

ड्राइवर मनजीत सिंह के मुताबिक वह एक जिम्मेदार और समझदार नागरिक है वह माई भागो बाल सोसाइटी का वाइस प्रेसिडेंट भी है जोकि समाज सेवा में हर कदम हर वक्त सेवारत रहती है। पंचकूला के सरकारी डॉक्टरों की टीम ने आकर एक कमरा किराए पर लेकर आराम कर रहे मनजीत सिंह को बिना किसी तरह के चेक किए घर के अंदर 14 दिन के लिए कैद कर दिया है मनजीत सिंह के मुताबिक डॉक्टरों ने बिना किसी किट के बिना उसे हाथ लगाए उसे तो कैद कर ही दिया साथ ही उसके कमरे के बाहर 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन 16 अप्रैल से 29 अप्रैल तक की अवधि के लिए  करने का पर्चा भी चस्पा कर दिया। मनजीत सिंह बरवाला से पोल्ट्री फार्म से गाड़ी में अंडे भरवा कर मोहाली आदि में सप्लाई करता है। उसका अपना यह ट्रक है और पिछले लंबे समय से वह यही रोजी रोटी बनाए हुए हैं। यह कमरा उसके सिर्फ इसीलिए काम आता है कि जब ट्रक में अंडों की लोडिंग हो रही होती है तो वह कुछ पल के लिए यहां विश्राम करता है या कभी नहा भी लेता है। और कुछ पल वह वाहेगुरु जी का सिमरन भी कर लेता है। ड्राइवर के मुताबिक उसके इस कमरे में पानी तक पीने को नहीं है आसपास कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है। दुख की बात तो यह है कि इस इलाके में कई दर्जनों कमरे किराए पर चढ़े हुए हैं। लेकिन खुली दाढ़ी और केस धारी सिख मनजीत सिंह की आज कोई मदद नहीं कर रहा है। उन्होंने प्रशासन से पुलिस अधिकारियों से और खासकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से गुहार लगाई है कि उसे यहां से तुरंत आजाद किया जाए। और यदि वह संक्रमित ही पाया जाता है तो उसे पूरा मेडिकल ट्रीटमेंट दिया जाए, जिसके लिए वह पूरी तरह तैयार भी है।। डेराबस्सी से चंद  किलोमीटर दूर बरवाला में एक लोकल सिख को प्रताड़ित करना कानून की धज्जियां उड़ाने बराबर है। एक निर्दोष परिवार वाले व्यक्ति को एक गलत सूचना के आधार पर डॉक्टरों ने घोर कथित लापरवाही दिखाते हुए 14 दिन के लिए एक छोटे से कमरे में बंद कर दिया है। इसकी पूरी तरह तहकीकात होनी चाहिए। और दोषी सूचना देने वाले को और मनजीत सिंह को बिना मेडिकल चेकअप के छोटे से कमरे में कैद करने के लिए सरकारी डॉक्टर उनके साथ स्टाफ को ड्यूटी में कोताही बरतने के लिए  कानूनी कार्यवाही के दायरे में लाया जाए। और समय रहते मनजीत सिंह को वहां से रिहा करवाया जाए। और यह भी ध्यान रहे कि डिप्रेशन भूख प्रताड़ना अपमान और उसके साथ अन्याय के चलते मनजीत सिंह का जीवन खतरे में न पड़ जाए। सबसे पहले उसको 2 जून की रोटी का भी बल्कि देर किए बिना प्रशासन तुरंत प्रबंध करवाएं। यह वही सिखों की कौन है और मनजीत उसी कौम का हीरा है जो कहीं भी किसी भी तरह की विकट परिस्थितियों में हर किसी के लिए हर जात पात लिंगभेद संप्रदायिकता आदि से ऊपर उठकर लंगर प्रसादा का पूरा पूरा इंतजाम करते हैं। आज मनजीत सिंह ड्राइवर कैदियों जैसा जीवन जीने को विवश है और उसका कहना है कि वह गुरु का सच्चा सिख है। 14 दिन की कैद में तो भले ही उसकी मौत ना हो। लेकिन उसके कमरे के बाहर चस्पा किया गया सूचना पत्र उसकी मौत का जरूर कारण बन सकता है। यह उसके लिए बहुत बड़े अपमान की बात है। और ज्यादती की भी है। इस मार्फत खबर लिखते वक्त ही पंचकूला के भाजपा नेता और एमएलए ज्ञान चंद गुप्ता जो कि विधानसभा स्पीकर हैं से संपर्क करने की कोशिश की गई जोकि नाकाम रही।।।।

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