1971 के बाद यह पहली बार है कि वायु सेना ने नियंत्रण रेखा के पार जाकर हमला किया है। नई दिल्ली: पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद भारतीय जवानों की शहादत का बदला लेते हुए भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने सीमा पार कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकवादी ढांचों पर आज तड़के भारी बमबारी की जिसमें कई आतंकवादी कैंप पूरी तरह तबाह हो गए। 1971 के बाद यह पहली बार है कि वायु सेना ने नियंत्रण रेखा के पार जाकर हमला किया है। कारगिल युद्ध (1999) में भी वायुसेना ने एलओसी के बाहर जाकर कार्रवाई नहीं की थी। पाकिस्तान की वायुसेना ने बोला था हमला पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) में पाकिस्तान सेना द्वारा आम जनता पर हिंसा और उत्पीडऩ के बाद 3 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान की वायुसेना ने भारतीय वायुसेना के 12 स्टेशन पर हमला बोल दिया था। इसमें भारत के अमृतसर और आगरा समेत कई शहरों को निशाना बनाया गया था। इस पर उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को करारा जवाब देने का फैसला किया। इसी के साथ ही 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की शुरुआत हो गई जोकि 14 दिन तक चली थी। सिर्फ पीओके पर नहीं था यह हमला इसके बाद 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान की सेना के लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी ने ढाका में आत्मसमर्पण किया था और बांग्लादेश के जन्म के साथ युद्ध का समापन हुआ। यह पहली बार है कि 1971 के बाद भारतीय वायुसेना पाकिस्तानी सीमा में जाकर आतंकी कैंप को तबाह किया। यह हमला सिर्फ पीओके पर नहीं था, बल्कि पाकिस्तान की जमीन खैबरपख्तूनख्वा में स्थित आतंकी कैंप पर हमला किया गया था। विदेश सचिव ने दी कार्रवाई की जानकारी आपको बतां दे कि पाकिस्तान के कब्जे वालेे कश्मीर के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर वायु सेना की कार्रवाई में बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए हैं। विदेश सचिव विजय गोखले ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों वायु सेना की कार्रवाई की जानकारी देते हुए आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इसमें बालाकोट जैश-ए-मोहमद का सबसे बड़ा शिविर नेस्तनाबूद कर दिया गया है। इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के बड़ी संख्या में आतंकवादी प्रशिक्षक वरिष्ठ कमांडर और जेहादियों का सफाया किया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद विभिन्न स्थानों पर फिदायीन हमला करने की तैयारी कर रहा है जिसके लिए इस शिविर में जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वायु सेना ने इस कार्रवाई में जैश-ए- मोहम्मद की रीढ़ तोड़ दी है

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नई दिल्ली : 26/02/2019/ALPHA NEWS INDIA ;—–पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद भारतीय जवानों की शहादत का बदला लेते हुए भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने सीमा पार कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकवादी ढांचों पर आज तड़के भारी बमबारी की जिसमें कई आतंकवादी कैंप पूरी तरह तबाह हो गए। 1971 के बाद यह पहली बार है कि वायु सेना ने नियंत्रण रेखा के पार जाकर हमला किया है। कारगिल युद्ध (1999) में भी वायुसेना ने एलओसी के बाहर जाकर कार्रवाई नहीं की थी।
पाकिस्तान की वायुसेना ने बोला था हमला
पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) में पाकिस्तान सेना द्वारा आम जनता पर हिंसा और उत्पीडऩ के बाद 3 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान की वायुसेना ने भारतीय वायुसेना के 12 स्टेशन पर हमला बोल दिया था। इसमें भारत के अमृतसर और आगरा समेत कई शहरों को निशाना बनाया गया था। इस पर उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को करारा जवाब देने का फैसला किया। इसी के साथ ही 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की शुरुआत हो गई जोकि 14 दिन तक चली थी।

सिर्फ पीओके पर नहीं था यह हमला
इसके बाद 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान की सेना के लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी ने ढाका में आत्मसमर्पण किया था और बांग्लादेश के जन्म के साथ युद्ध का समापन हुआ। यह पहली बार है कि 1971 के बाद भारतीय वायुसेना पाकिस्तानी सीमा में जाकर आतंकी कैंप को तबाह किया। यह हमला सिर्फ पीओके पर नहीं था, बल्कि पाकिस्तान की जमीन खैबरपख्तूनख्वा में स्थित आतंकी कैंप पर हमला किया गया था।
विदेश सचिव ने दी कार्रवाई की जानकारी
आपको बतां दे कि पाकिस्तान के कब्जे वालेे कश्मीर के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर वायु सेना की कार्रवाई में बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए हैं। विदेश सचिव विजय गोखले ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों वायु सेना की कार्रवाई की जानकारी देते हुए आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इसमें बालाकोट जैश-ए-मोहमद का सबसे बड़ा शिविर नेस्तनाबूद कर दिया गया है। इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के बड़ी संख्या में आतंकवादी प्रशिक्षक वरिष्ठ कमांडर और जेहादियों का सफाया किया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद विभिन्न स्थानों पर फिदायीन हमला करने की तैयारी कर रहा है जिसके लिए इस शिविर में जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वायु सेना ने इस कार्रवाई में जैश-ए- मोहम्मद की रीढ़ तोड़ दी है!!!

                                        Spl. Reporter;RAJUsharma/abohar/alpha news india

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