नई गाइडलाइंस कहीं रक्षक की बजाय न बन जाएं भक्षक

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चंडीगढ़/ मुम्बई :-08 अप्रैल-अलफा न्यूज इंडिया डेस्क प्रस्तुति:—मुंबई में एक बार फिर ऑटो टैक्सी वालों की आफत परेशान कर रही है। राज्य सरकार द्वारा जारी ऑटो रिक्शा व टैक्सी की नई गाइडलाइन से टेंशन का माहौल है।

एक तो ऑटो रिक्शा व टैक्सी चालक पिछले एक साल से तकलीफ में रहकर किसी तरह उबरने ही लगे थे कि नई गाइडलाइन आ गई। जिसमें कहा गया है कि

ऑटो रिक्शा व टैक्सी चालक जल्दी ही कोविड वैक्सीन ले लें अन्यथा उन्हें हर 15 दिन पर आरटीपीसीआर करवाना होगा। उन्हें अपने व यात्रियों के बीच प्लास्टिक या कांच की शील्ड भी लगवानी होगी। ऑटो रिक्शा के साथ टैक्सी में भी अब 2 ही यात्री बैठ सकते हैं।

धड़क ऑटो रिक्शा व टैक्सी चालक मालक यूनियन इन नियमों का निषेध करती है। इसकी वजह से ऑटो रिक्शा व टैक्सी चालकों में एक बार फिर भुखमरी की नौबत आने वाली है।

इन नियमों में शिथिलता के लिए धड़क ऑटो रिक्शा व टैक्सी चालक मालक यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल जल्दी ही सरकार से मिलने वाला है।

इस बार प्रचंड कोरोनावायरस बचने के लिए सरकारी कैलेंडर का अक्षरात पालन करना ही होगा और बहुत ही कठोरता से पालन को निभाना होगा ताकि खुद भी और औरों को भी इस आफत से महामारी से बचाया जा सके।।

 

✒️ कोरोना एक बार फिर भयावह हो गया है। इससे पहले आया था तो लोग गंभीरता से नियमों का पालन करते थे।

लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में लोग गंभीर नहीं हैं।

अगर महामारी को मात देना है तो खुद की लापरवाही पर कठोरता से पाबंदी लगाएं।

नई आदतें अपनाएं, पुरानी बदलें।

कारगर जारी गाइडलाइंस के मुताबिक हम सबको शक्ति से इनका पालन करना ही होगा और मुंबई महाराष्ट्र सहित देश और दुनिया को बचाने का एक यही मूल मंत्र है।।

✒️ कोरोना से बचने के 4 मंत्र

1- मास्क

2- सेनेटाइजर

3- सामाजिक दूरी

4- स्वच्छता

सावधानी बरतें, सुरक्षित रहें।

 

✒️ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को लिखा गया पत्र काफी महत्वपूर्ण है।

सभी आयु वर्ग के लोगों को टीका लगना चाहिए।

इसके अतिरिक्त वैक्सिनेशन सेंटर खोलने के नियम सरल होने चाहिए। केंद्र सरकार केवल अस्पताल, नर्सिंग होम व डिस्पेंसरी में ही वैक्सिनेशन सेंटर खोलने की इजाजत देती है।

जबकि इसे स्कूलों, कॉलेजों व सामुदायिक भवन आदि में भी खोलने की इजाजत मिलनी चाहिए। तभी वैक्सिनेशन की स्पीड तेज हो पाएगी।

कहीं नई गाइडलाइंस परेशानी का सबब ही ना बन जाए ऐसा सभी लोगों में परेशानी का माहौल व्याप्त है यह नई गाइडलाइंस रक्षक ही भक्षक ना साबित हो जाए जो लोग दहशत ज्दा हैं।।

✒️ कोरोना संक्रमण से बचाव की नई गाइडलाइन तो सचमुच मुसीबत बनने वाली है।

कामगार, दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारी, अखबार वेंडर, डिलीवरी बॉयज, ऑटो रिक्शा व टैक्सी चालक समेत अनेक वर्ग के लोगों को हर 15 दिन पर कोरोना टेस्ट करवाना होगा।

इससे तो टेस्ट की मशीनरी ही ध्वस्त होने का अंदेशा है।

 

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