स्कूलों की मनमानी पर अंकुश लगाए सरकार : योगेश्वर शर्मा

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पंचकूला:-28 मई:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:– वैश्विक महामारी कोविड-19 की दहशत में चरमराई अर्थव्यवस्था से समस्त राष्ट्र जुझ रहा है। पंचकूला सहित पूरे हरियाणा में निजी स्कूलों में तीन-तीन महीने की बढ़ी हुई राशि के साथ वसूली जा रही फीस का विरोध कर रहे कुछ अभिभावक आम आदमी पार्टी नेता योगेश्वर शर्मा से मिले। इन अभिभावकों ने योगेश्वर शर्मा को बताया कि निजी सकूलों की ओर से बढ़ी हुई फीस के आलावा भी दो तीन अन्य फंड भी मांगे जा रहे हैं। इन अभिभावकों ने कहा कि इस आर्थिक मंदी के दौर में वे लोग कहां से इतनी फीस जमा करवायें, जबकि स्कूलों ने उनके बच्चों को अभी तक कोई पढ़ाई भी नहीं करवायी।
आप के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा के आवास पर उनसे मिलने आये विभिन्न स्कूलों के बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि स्कूल की ओर से उन्हें फीस जमा करवाने के मैसेज आ चुके हैं, वे भी बढ़ी हुई फीस के साथ। कुछ स्कूलों ने तो फीस का स्ट्रक्चर भेजने के बजाये अभिभावकों को स्कूल की साईट पर देखने को कहा है, जिसमें कुछ अन्य फंड भी मांगे जा रहे हैं। इन अभिभावकों ने बताया कि वे लोग स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अपना रोष भी प्रक्ट कर चुके हैं। इसके आलावा वे सरकार तक और जिला प्रशासन तक भी अपनी बात रख चुके हैं, मगर सरकार भी घुमा फिराकर स्कूल प्रबंधकों का ही साथ दे रही है। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान आर्थिक मार को झेल चुके वे लोग कहां से इतने पैसे लायेंगे। जिनके दो दो बच्चे एक ही स्कूल में पढ़ रहे हैं, उनके लिए तो और भी बड़ी समस्या है। इन अभिभावकों की बात सुनकर इस विष्य को गंभीर समस्या मानते हुए आप नेता योगेश्वर शर्मा ने उन्हें कहा कि वह और उनकी पार्टी पूरी तरह से उन लोगों के साथ है और स्कूलों की इस तरह की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार को इन निजी स्कूलों पर अंकुश लगाना चाहिए तथा आम आदमी की परेशानी को भी समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब एक आदमी के पास पहले से ही घर का खर्च चलाने लायक पैसे नहीं हैं तो वे इस बढ़ी हुई फीस व अन्य फंडों के साथ फीस की रकम कहां से चुकायेगा। उन्होंने कहा कि जब स्वयं स्कूल चालक लॉकडाउन का असर बताते हुए अपने शिक्षकों को देने वाले वेतन की पाचास प्रतिशत तक की कटौती कर चुके हैं तो फिर इन अभिभावकों की गर्दन पर भरी भरकम फीस की एक तरह की तलवार सी क्यों टांग रखी है। जबकि इन स्कूल संचालकों ने पिछले कई सालों में इन अभिभावकों से करोड़ों रुपये स्कूल फीस एवं अन्य फंड के नाम पर कमा रखे हैं। योगेश्वर शर्मा ने कहा कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार पिछले करीब छह सालों से निजी स्कूलों की फीस नहीं बढऩे दी और जिन्होंने बढ़ाई भी तो उनसे अभिभावकों के पैसे वापिस दिलवाये। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली सरकार ऐसा कर सकती है तो फिर हरियाणा सरकार को ऐसा करने से डर क्यों लग रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार या उसे मंत्रियों को निजी स्कूलों से कोई व्यक्तिगत लाभ हो रहा है क्या जो वे उनके खिलाफ कारवाई करने से डरते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि हरियाणा की सरकार बनाने में इन अभिभावकों में से भी कईयों का वोट रहा होगा कम से कम उकने वोट की लाज रखते हुए ही उनका ख्याल यह सरकार कर ले।

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